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चमोली । उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत को चीन सीमा से जोड़ने वाले नीति मलारी नेशनल हाईवे पर सोमवार तीन मार्च को बड़ा हादसा हो गया। यहां तपोवन से आगे सालधार के पास चट्टान का बड़ा हिस्सा टूटकर हाईवे पर गिर गया। राहत की बात ये है कि इस दौरान हाईवे से कोई गुजर नहीं रहा था। इस भूस्खलन में किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। पहाड़ी से गिरने का वीडियो भी सामने आया है।
बता दें कि नीती मलारी नेशनल हाईवे बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन) के अधीन आता है। इसीलिए बीआरओ हाईवे को खोलने का प्रयास कर रहा है। 33 सेकेंड के इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से नीति मलारी नेशनल हाईवे पर पहाड़ का बड़ा सा हिस्सा भरभराकर गिर गया। पहले पहाड़ से छोटे-छोटे पत्थर गिरे और फिर अचानक से पूरी पहाड़ी ही ढह गयी, जिसके बाद हाईवे पर चारों तरफ धूल का गुबार ही दिख रहा है।
इस भूस्खलन के बाद से नीती घाटी में बसे गांवों के लोगों को थोड़ी मुश्किलों का सामना जरूर करना पड़ेगा। क्योंकि उनका संपर्क जिला और तहसील मुख्यालय से कट गया है। इसके अलावा आईटीबीपी और सेना समेत बीआरओ को भी रसद पहुंचाने में दिक्कत आएगी। हालांकि बीआरओ के अधिकारियों ने दावा किया है कि जल्द से जल्द हाईवे को खोल दिया जाएगा।
बता दें कि पहाड़ी इलाके में भी बीते दो दिनों से भारी बारिश और बर्फबारी हो रही थी, जैसे ही सोमवार को चटक धूप निकली तो पहाड़ी टूटने लगी। इससे पहले 28 फरवरी को भी चमोली जिले में ही बदरीनाथ धाम से आगे माणा के पास एवलॉन्च आया था, जिसमें बीआरओ के 54 मजदूर दब गए थे। तीन दिन चले रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना और आईटीबीपी के जवान ने 46 मजूदरों को तो बचा लिया था, लेकिन 8 मजदूरों की मौत हो गई थी।
भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले हाईवे पर मलारी से आगे सालधार के पास पहाड़ी का हिस्सा टूटा है। बीआरओ की ओर से हाईवे को सुचारू करने का काम शुरू कर दिया गया है। जल्द ही हाईवे पर आवाजाही सुचारू हो जाएगा।
-अंकुर महाजन, कमांडर, बीआरओ

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