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सरकार के ढुलमुल रवैये एवं खानापूर्ति मीटिंग में खो गया उत्तराखंड तकनीकी विश्विद्यालय का सॉफ्टवेयर घोटाला

देहरादून। वीर माधो सिंह भडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्विद्यालय में चल रहे फ़र्ज़ी डिग्री जाँच प्रकरण, भ्रस्टाचार वित्तीय अनिमिताओ, परीक्षा परिणाम घोषणा में देरी आदि शिकायतो पर शासन ने सख्ती दिखाते हुए उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओमकार यादव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. वी. के. पटेल एवं वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जंतवाल से विस्तृत स्पष्टीकरण माँगा है ।

परन्तु मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में उत्तराखंड तकनिकी विश्विद्यालय के सॉफ्टवेयर घोटाले पर चर्चा न होने पर छात्रों ने तकनीकी शिक्षा विभाग एवं मंत्रालय के कुछ अधिकारिओ की मिली भगत होने का संदेह जताया है ! जिस सवेदनशील मुद्दे पर प्रदेश के हजारो छात्र परेशान हो उस गंभीर मुद्दे को बड़ी सफाई से मुख्यमत्री की समीक्षा बैठक से दूर रखा गया !

शासन की जाँच समिति द्वारा कुलपति डॉ. ओंकार यादव द्वारा अपने निकट सम्बन्धी की इ.आर.पी. कंपनी को करोडो रु दिलवाने में सांठ गांठ एवं मिली भगत की पुष्टि, डॉ. ओंकार यादव द्वारा विवादित इ.आर.पी. कंपनी को ब्लैक लिस्ट करने के शासन के आदेश को पूरी तरह से नकारने, तकनीकी शिक्षा सचिव को घूस देने की पेशकश करने एवं चोरी छिपे कुछ गिने चुने निदेशको की गुप्त मीटिंग करके आगामी सत्र में भी विवादित इ.आर.पी. कंपनी को जारी रखने के निर्णय को सभी कॉलेजों पर जबरन थोपे जाने, परीक्षा होने के 3 माह के बाद भी अभी तक काफी रिजल्ट सही से घोषित नहीं होने आदि मुद्दों पर छात्रों के प्रतिनिधि मंडल ने तकनीकी शिक्षा सचिव से मुलाकात करके ज्ञापन दिया एवं छात्र हित में शासन के स्तर से बहुचर्चित सॉफ्टवेयर घोटाले में त्वरित कारवाही करने की प्रार्थना की ।

डी.ए. वी. छात्र संघ अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि सॉफ्टवेयर घोटाले, भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितताओं पर इतने धरने प्रदर्शन होने एवं शासन की जाँच में दोषी पाए जाने के बाद भी अभी तक भी कुलपति डॉ. ओमकार यादव, परीक्षा नियंत्रक डॉ. वी. के. पटेल एवं वित्त नियंत्रक विक्रम सिंह जंतवाल पर कोई कार्यवाही नहीं होने से सरकार के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत का संदेह हो रहा है ! राज भवन द्वारा केवल कुलपति की शक्तिया सिमित की गयी है न ही अभी तक विवादित इ.आर.पी. कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया गया है ना ही सॉफ्टवेयर घोटाले के 6 करोड़ की रिकवरी हेतु कोई कार्यवाही प्रारम्भ की गयी है ! ना ही विश्विद्यालय में छात्रों की रिजल्ट की समस्या कोई सुन रहा है !

कल मुख्य मंत्री की अध्यक्षता में हुई तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में भी उत्तराखंड तकनिकी विश्विद्यालय के सॉफ्टवेयर घोटाले पर चर्चा न होने पर छात्रों के बीच अत्यंत हताशा वाला माहौल बन गया है !

उन्होंने कहा कि छात्रों के हितो से कोई भी खिलवाड़ नहीं होने दिया जायेगा ! यदि एक हफ्ते में भी सॉफ्टवेयर घोटाले पर कोई कार्यवाही नहीं होती और शासन की समिति की रिपोर्ट के आधार पर कुलपति डॉ. ओमकार सिंह एवं परीक्षा नियंत्रक डॉ. वी. के पटेल को तत्काल बर्ख़ास्त नहीं किया जाता है तो छात्र संघ अपनी मांगो को लेकर 30 अप्रैल 2025 को राज भवन का घेराव करने को मजबूर हो जायेगा ! जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी !

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